छत्तीसगढ़ गाथा डेस्क. छत्तीसगढ़ से भगवान श्रीराम का बहुत गहरा नाता माना जाता है. कहा जाता है, भगवान श्रीराम ने अपने 14 वर्षों के वनवास का काफी समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किया था. छत्तीसगढ होते हुए ही वे लंका पहुंचे थे. छत्तीसगढ़ को भगवान श्रीराम का ननिहाल भी माना जाताContinue Reading

छत्तीसगढ़ गाथा डेस्क/ मिनीमाता छत्तीसगढ़ अंचल की पहली महिला सांसद व कर्मठ समाज सुधारक थीं. वे अस्पृश्यता यानी छुआछूत को समाज के लिए अभिशाप मानती थीं और देश के सर्वांगीण विकास के लिए इसे पूरी तरह से खत्म करना चाहती थीं. यही कारण था कि उन्होंने संसद में ऐतिहासिक अस्पृश्यताContinue Reading

छत्तीसगढ़ गाथा डेस्क/ छत्तीसगढ़ में एक से बढ़कर एक चीजें हैं, जिनकी वजहों को राज्य को देश-दुनिया में जाना जाता है. उन्हीं में एक है जशपुर जिले के कुनकुरी स्थित रोजरी की महारानी महागिरजाघर. इसे एशिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च माना जाता है. यहां एक साथ 10 हजार लोगContinue Reading

प्रफुल्ल ठाकुर/ देश का संविधान मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था. संविधान सभा की पहली ही बैठक में मुद्दा उठा कि सभा की कार्यवाही हिंदी में होनी चाहिए. इसके लिए संविधान का हिंदी अनुवाद करना जरूरी था. देश के चुने हुए विद्वानों को लेकर यह काम शुरू कियाContinue Reading

छत्तीसगढ़ गाथा डेस्क/ छत्तीसगढ़ राज्य का स्वप्न देखने वाले डॉ. खूबचंद बघेल की आज जयंती है. 8 जनवरी 1956 को छत्तीसगढ़ महासभा का गठन किया गया, जिसका अध्यक्ष डॉ. खूबचंद बघेल को बनाया गया. दशरथ लाल चौबे को सचिव व केयूरभूषण तथा हरि ठाकुर को सर्वसम्मति से संयुक्त सचिव मनोनीतContinue Reading

छत्तीसगढ़ गाथा डेस्क/ स्वाधीनता संग्राम में छत्तीसगढ़ अंचल के जिन सपूतों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया उनमें बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव का नाम बड़े ही आदर के साथ लिया जाता है. वे कंडेल नहर सत्याग्रह के सूत्रधार थे. यह स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में किसानों का पहला सत्याग्रह था. इसीContinue Reading